संगठन का विवरण, कार्य एवं कर्तव्य
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग शासन एवं जनता के बीच सेतु की भूमिका निभाता है। शासन द्वारा जनहित में विकास सम्बन्धी विभिन्न कार्यक्रमों, योजनाओं आदि के सम्बन्ध में जो निर्णय लिये जाते हैं, उनकी जानकारी विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा जनता तक पहुँचाने का महत्वपूर्ण दायित्व इस विभाग का है। इस दायित्व के निर्वहन हेतु विभाग के विभिन्न शाखाओं द्वारा सम्पादित किये जाने वाले कार्यक्रमों का संक्षिप्त विवरण निम्नवत् हैः-
1. पत्र सूचना शाखा
शासन की नीतियों, कार्यक्रमों, योजनाओं, उपलब्धियों तथा घोषणाओं की जानकारी विभिन्न प्रचार माध्यमों, जिसमें समाचार-पत्र, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, दूरदर्शन, आकाशवाणी आदि के द्वारा जनता तक पहुँचाने का कार्य पत्र सूचना शाखा का है। इस शाखा द्वारा प्रेस-नोट, लेख/फीचर तथा समीक्षात्मक आलेख्य समय-समय पर हिन्दी, अंग्रेजी एवं उर्दू में एक साथ प्रकाशित कराये जाते हैं। प्रदेश में उर्दू भाषी जनता को यह जानकारी समुचित रूप से उपलब्ध कराने का दायित्व विभाग की उर्दू शाखा निर्वहन करती है। समय-समय पर जारी होने वाले विज्ञापनों, प्रचारपरक सामग्री आदि का अनुवाद भी इसी शाखा द्वारा किया जाता है।
2. मुख्यमंत्री सूचना परिसर
मुख्यमंत्री सूचना परिसर, एनेक्सी द्वारा मा0 मुख्यमंत्री जी के प्रचार-प्रसार हेतु त्वरित गति से प्रेस-नोट इलेक्ट्रॉनिक तथा प्रिन्ट मीडिया को उपलब्ध कराये जाते हैं। इसके अतिरिक्त पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशनार्थ मा0 मुख्यमंत्री जी के संदेश तैयार कर भेजे जाते हैं। साथ ही मा0 मुख्यमंत्री जी के भ्रमणों, निरीक्षणों, बैठकों के लिए आधार सामग्री तैयार करने के साथ ही शासन की उपलब्धियों से सम्बन्धित फीचर लेख समय-समय पर जारी किये जाते हैं। शासन की विज्ञप्तियों व संदर्भ चित्रों का वेबसाइट पर अपलोड कराया जाता है तथा समस्त मीडिया समन्वय का कार्य भी यहीं से कराया जाता है। महत्वपूर्ण समाचारों के समस्त टी0वी0 चैनलों के अनुश्रवण का कार्य इलेक्ट्रॉनिक सेल द्वारा किया जाता है।
3. प्रेस प्रभाग
शासन से समन्वय स्थापित करने एवं श्रमजीवी पत्रकारों को समाचार संकलन की सुविधा उपलब्ध कराकर शासन की नीतियों के प्रभावी प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने में सहायता करने के उद्देश्य से प्रेस प्रभाग द्वारा निम्नलिखित कार्य किये जाते हैः-
विभागीय प्रेस मान्यता समिति की समय-समय पर बैठकें आहूत करके राज्य मुख्यालय और जनपद स्तरीय मान्यता प्रदान की जाती है और पत्रकारों को राज्य मुख्यालय तथा प्रदेश के सभी जनपदों में मान्यता कार्ड जारी किये जाते हैं। इन कार्डों के माध्यम से पत्रकारों को समाचार संकलन के उद्देश्य से विभिन्न स्थानों पर आने-जाने की राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा तथा रियायती दरों पर रेल यात्रा की सुविधा प्राप्त होती है। मान्यता प्राप्त पत्रकारों को सरकारी कर्मचारियों की भाँति राजकीय चिकित्सालयों में इलाज की सुविधा भी प्राप्त होती है।
जिन पत्र-प्रतिनिधियों को मान्यता नहीं मिल पाती है और जिन्हें समाचार संकलन के लिए सचिवालय जाना आवश्यक होता है, उन्हें सचिवालय प्रवेश-पत्र दिये जाने की व्यवस्था भी प्रेस प्रभाग द्वारा की जाती है। यह व्यवस्था सूचना विभाग के अधिकारियों, भारत सरकार के सूचना विभाग के अधिकारियों के लिए भी की जाती है।
सभी जिलों में पत्रकारों तथा जिला प्रशासन के बीच सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध बनाये रखने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय स्थायी समिति का गठन किया जाता है, जिसके सदस्य सचिव/संयोजक जिला सूचना अधिकारी होते हैं। यह समिति समय-समय पर बैठकें आयोजित करके पत्रकारों के उत्पीड़न से सम्बन्धित शिकायतों पर विचार करती है और यदि कोई शिकायत उच्च स्तरीय जाँच के लिए भेजी जाती है तो प्रेस प्रभाग द्वारा उसमें कार्यवाही की जाती है। पत्रकारों द्वारा सीधे भी यदि कोई शिकायत प्रेस प्रभाग में प्राप्त होती है, तो उसका निस्तारण भी किया जाता है।
महामहिम श्री राज्यपाल, मा0 मुख्यमंत्री जी, मा0 मंत्रिगण तथा अन्य विशिष्ट व्यक्तियों और अतिविशिष्ट व्यक्तियों द्वारा आहूत पत्रकार सम्मेलन/पत्रकार भ्रमण आदि के लिए आतिथ्य सत्कार की व्यवस्था भी प्रेस प्रभाग द्वारा की जाती है।
प्रदेश के समाचार पत्रों को सुगमता से समाचार उपलब्ध कराने तथा उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों, उपलब्धियों के व्यापक प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से मुख्यालय, राजभवन, एनेक्सी भवन् मुख्यमंत्री आवास में पी0टी0आई0 तथा यू0एन0आई0 के टेलीप्रिन्टर स्थापित हैं। एनेक्सी भवन में देश-विदेश के नवीनतम समाचार उपलब्ध कराने के लिए पी0टी0आई0 के न्यूज स्कैन भी स्थापित हैं। इसकी स्थापना और अनुश्रवण का कार्य भी प्रेस प्रभाग द्वारा किया जाता है।
मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा पत्रकारों के सम्बन्ध में की गयी घोषणाओं के सम्बन्ध में त्वरित कार्यवाही प्रेस प्रभाग द्वारा की जाती है।
4. विज्ञापन प्रभाग
शासन की नीतियों, उपलब्धियों, योजनाओं एवं विकास कार्यक्रमों के व्यापक प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से समाचार पत्रों को सूचीबद्ध करने एवं शासन की नीतियों, उपलब्धियों, योजनाओं एवं विकास कार्यक्रमों के व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता एवं कार्य की महत्ता को दृष्टिगत रखते हुए समाचार पत्रों में टेण्डर व सजावटी विज्ञापन प्रकाशित कराये जाते हैं।
5. क्षेत्र प्रचार प्रभाग
शासन के विकासपरक कार्यक्रम एवं उपलब्धियों को जन-जन तक पहुँचाने तथा विभिन्न प्रचार इकाइयों के माध्यम से जनता से सीधा सम्पर्क बनाये रखने के उद्देश्य से प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में जिला सूचना कार्यालय स्थापित हैं। ये कार्यालय जनपदों में हो रहे विभिन्न कार्यक्रमों, शासन की योजनाओं तथा उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार हेतु अपने स्तर से प्रेस नोट जारी करते हैं।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के लखनऊ स्थित मुख्यालय के अतिरिक्त क्षेत्र प्रचार संगठन जनपद स्तर पर शासन की नीतियों, कार्यक्रमों और उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार, मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों के अनुसार करते हैं। जनपद स्तर पर प्रदर्शनियों, गीत एवं नाट्य के कार्यक्रमों, प्रचार गोष्ठियों, प्रेस विज्ञप्तियों तथा लेख/फीचर, सफलता की कहानी, आदि द्वारा प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाता है। जिला स्तरीय ये इकाइयां जिलाधिकारी के निर्देशन में स्थानीय आवश्कताओं के अनुरूप मीडिया प्लान बनाकर शासन की नीतियों, कार्यक्रमों योजनाओं और उपलब्धियों का समुचित प्रचार-प्रसार करती है।
जनपदीय इकाइयों को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से जनपदों में सी0यू0जी0, कम्प्यूटर/प्रिंटर तथा फोटो कॉपियर आदि उपकरण उपलब्ध कराये गये हैं। सभी कार्यालय इंटरनेट के माध्यम से मुख्यालय से जुड़ गये हैं।
क्षेत्र प्रचार योजना के अन्तर्गत जनपदों में जिला सूचना केन्द्र स्थापित किये गये हैं। सभी सूचना केन्द्रों में दैनिक समाचार पत्र/पत्रिकाएं, ज्ञानवर्द्धक पत्रिकाएं व अन्य उपयोगी पुस्तकें भी अध्ययन के लिये उपलब्ध रहती हैं। प्रचार-प्रसार के कार्य को गतिशील बनाने हेतु प्रचार वाहन के द्वारा विभागीय प्रचार साहित्य का वितरण व संगोष्ठी का भी आयोजन किया जाता है।
6. राज्य सूचना केन्द्र, लखनऊ
लखनऊ नगर में जिज्ञासु तथा लेखन अध्ययन में रूचि रखने वाले नागरिकों एवं उनके परिवार की अभिरूचि को ध्यान में रखते हुए हजरतगंज में एक बहुआयामी स्तरीय राज्य सूचना केन्द्र स्थापित है। राज्य के विकास को व्यापक रूप से प्रचारित-प्रसारित करने के लिये लखनऊ में यह राज्य स्तर का केन्द्र है। दुर्लभ ग्रन्थों के उपलब्ध होने से इस केन्द्र का पुस्तकालय जहां शिक्षारत शोधार्थियों के लिये लाभप्रद है, वहीं इसमें अधिनियम, रिपोर्ट्स तथा अन्य विवरण जनता के उपयोगार्थ उपलब्ध है।
इस केन्द्र में हिन्दी, उर्दू, बंगला तथा अंग्रेजी भाषा के समाचार-पत्र व पत्रिकाएं आती हैं, जिनके तीन माह के रिकॉर्ड्स को भी आम जनता को दिखाये जाने का प्राविधान है। केन्द्र में महिलाओं के लिए अलग अध्ययन कक्ष है। बच्चों के लिए बाल साहित्य की सुविधा भी उपलब्ध है।
इस केन्द्र में स्थित प्रेमचन्द्र कक्ष में प्रतियोगिता से सम्बन्धित पत्रिकाएं एवं पुस्तकें उपलब्ध करायी जाती हैं। राज्य सूचना केन्द्र का वाचनालय प्रातः 8.00 बजे से सायं 6.30 बजे तक लगातार खुला रहता है, जबकि पुस्तकालय की सुविधा पूर्वाह्न 10. 30 बजे से सायं 6.30 बजे तक उपलब्ध करायी जाती है। राज्य सूचना केन्द्र द्वारा सूचना एवं जनसम्पर्क निदेशालय के विभिन्न प्रकाशनों को आम जनता के उपयोगार्थ रखा जाता है। इन प्रकाशनों के माध्यम से उत्तर प्रदेश शासन की नीतियों, निर्णयों एवं उपलब्धियों की जानकारी आम जनता तक पहुँचायी जाती है।
राज्य सूचना केन्द्र द्वारा दूरदर्शन एवं आकाशवाणी से प्रसारित होने वाले समाचारों को नियमित रूप से कार्यालय समय में सुनाया जाता है। इसके अतिरिक्त जनसाधारण के लिए वांछित सूचनाएं उपलब्ध कराने तथा चुनाव के समय नवीनतम चुनाव परिणाम सुनाने/देने की भी व्यवस्था है।
राज्य सूचना केन्द्र को और अधिक उपयोगी बनाने एवं प्रतियोगी सदस्यों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से विभिन्न प्रतियोगिताओं से सम्बन्धित पुस्तकों को क्रय कर सदस्यों को उनके आवश्यकता के अनुरूप उपलब्ध कराया जाता है।
7. प्रकाशन शाखा
प्रकाशन ब्यूरो द्वारा प्रचार साहित्य के माध्यम से आम जनता को प्रदेश सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों, योजनाओं तथा उपलब्धियों की समुचित जानकारी प्रदान करायी जाती है। इस शाखा द्वारा प्रतिमाह मासिक पत्रिका के रूप में ‘उ0प्र0 मासिक’, ‘उ0प्र0 सन्देश’ हिन्दी में तथा ‘नया दौर’ उर्दू में प्रकाशित करायी जाती है। इसके साथ ही ‘‘उत्तर प्रदेश वार्षिकी’’ का भी प्रतिवर्ष प्रकाशन कराया जाता है। सावधि प्रकाशनों के साथ ही प्रचारात्मक पुस्तक, पुस्तिका, फोल्डर, हैण्डबिल, पोस्टर, एल्बम आदि प्रकाशित कराये जाते हैं। इसके अतिरिक्त स्थायी महत्व के विचारपरक प्रकाशन एवं मा0 मुख्यमंत्री जी के चुने हुए भाषण भी प्रकाशित किये जाते हैं।
8. मुख्यमंत्री रिकॉर्डिंग यूनिट
मा0 मुख्यमंत्री जी के भाषणों के रिकॉर्डिंग हेतु गठित यह इकाई रिकॉर्डिंग के पश्चात् कैसेट को लिप्यांतरित करने के साथ-साथ सम्पादित भी करती है।
मीडिया के विभिन्न लोगों द्वारा मा0 मुख्यमंत्री जी के साक्षात्कारों तथा उच्चादेशों से अन्य महत्वपूर्ण बैठकों, गोष्ठियों की रिकॉर्डिंग कर उन्हें लिप्यांतरित किया जाता है। इसके अतिरिक्त अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर प्रचार-प्रसार की दृष्टि से विशिष्ट व्यक्तियों के साक्षात्कार आदि भी लिप्यांतरित कर सन्दर्भ के तौर पर रखे जाते हैं।
मा0 मुख्यमंत्री जी के सभी भाषण लिप्यांतरित करके सम्पादन के संदर्भ सामग्री के रूप में सुरक्षित रखे जाते हैं, साथ ही महत्वपूर्ण एवं नीतिगत भाषणों को छाँटकर उनका प्रकाशन भी कराया जाता है। मीडिया से जुड़े पत्रकारों, सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारियों एवं विधिक संस्थाओं द्वारा मांग किये जाने पर भाषण की प्रति उपलब्ध करायी जाती है। इसके अतिरिक्त मा0 मुख्यमंत्री जी के भाषणों से मुख्य अंश संकलित कर उनका उपयोग ‘उत्तर प्रदेश सन्देश’ एवं विभिन्न अवसरों पर विभिन्न प्रचार माध्यमों द्वारा किया जाता है।
9. गीत एवं नाट्य शाखा
इस योजना के अन्तर्गत विभिन्न सांस्कृतिक विधाओं यथा-बिरहा, आल्हा, भजन, कव्वाली, कठपुतली, नृत्य, क्षेत्रीय लोकगीत, जादू, नाटक, नौटंकी आदि द्वारा शासन की नीतियों, निर्णयों एवं उपलब्धियों का विभिन्न स्थानीय बोली तथा भाषा में सुदूर ग्रामीण अंचलों में प्रचार-प्रसार किया जाता है। गीत एवं नाट्य योजना को विस्तृत रूप देने के उद्देश्य से प्रदेश के लगभग समस्त जनपदों में जिला स्तर पर भी सांस्कृतिक दलों का चयन किया जाता है।
10. ग्रामीण प्रसारण शाखा
आकाशवाणी परिसर में स्थित ग्रामीण प्रसारण शाखा (सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उ0प्र0) प्रदेश शासन द्वारा जन-मानस के उत्थान हेतु चलायी जा रही नीतियों, विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों एवं उपलब्धियों का प्रसारण आकाशवाणी के माध्यम से मजदूर मण्डल औद्योगिक कार्यक्रम सायं 4. 45 से 5.15 के मध्य तथा लोकायतन का ग्रामीण कार्यक्रम सायं 6.15 से 6.45 के मध्य किया जाता है।
लोकायतन कार्यक्रम के अन्तर्गत कृषि एवं ग्रामीण विकास के सम्बन्ध में प्रदेश शासन द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी का विषय-विशेषज्ञों तथा अधिकारियों से बात-चीत कर प्रसारण किया जाता है। साथ ही राज्य पुरस्कार से सम्मानित उद्यमियों से बात-चीत और सफलता की कहानी भी प्रसारित की जाती है।
ग्रामीण प्रसारण शाखा द्वारा प्रदेश में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की स्थल रिकॉर्डिंग कर रेडियो रिपोर्ट के साथ ही योजनाओं को आम आदमी तक रुचिपूर्ण ढंग से पहुंचाने के लिए रेडियो, नाटक, संगीतरूपक, लोकगीत, लोककथाओं आदि के माध्यम से भी प्रसारित किया जाता है।
11. प्रदर्शनी प्रभाग
ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सूचना विभाग समय-समय पर शासन की नीतियों, कार्यक्रमों उपलब्धियों तथा प्रदेश की सांस्कृतिक, विकास सम्बन्धी गतिविधियों की जानकारी देने तथा जनता में आपसी सद्भाव का सन्देश प्रसारित करने के उद्देश्य से प्रदर्शनियों का आयोजन किया जाता है। शासन की प्रमुख नीतियों, उपलब्धियों, निर्णयों और भावी योजनाओं का आकर्षक चित्रों, चार्ट्स, कोलॉज, पैनल, वर्किंग मॉडल, होर्डिंग एवं ट्रांसलाइट के माध्यम से प्रस्तुत किया जाता है। शासन की घोषित योजनाओं को प्रदर्शनी किट के रूप में तैयार कराकर उसे जिलों में उपलब्ध कराया जाता है, ताकि मेलों तथा अन्य आयोजनों के अवसर पर प्रदर्शनी द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शासन का सन्देश पहुँचाया जा सके। इसके अतिरिक्त प्रदेश के बाहर नई दिल्ली में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेला एवं प्रदेश के महत्वपूर्ण मेलों में प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता है।
12. राष्ट्रीय समारोह
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष गणतऩ्त्र दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश की ओर से दिल्ली परेड में एवं मुख्यालय द्वारा लखनऊ परेड में भव्य झाँकी प्रदर्शित की जाती है। ये झांकियाँ, उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक धरोहर तथा महान पुरूषों की जीवनी, उद्योग-धन्धे, महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान अथवा विकास कार्यों पर आधारित होती हैं।
अंजुम सैर-ए-गुल फरोशां नामक संस्था द्वारा महरौली, दिल्ली में आयोजित ‘‘फूल वालों की सैर‘‘ में प्रतिवर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, जिसमें देश के अनेक प्रान्त भाग लेते हैं। उत्तर प्रदेश की ओर से सूचना विभाग द्वारा उक्त कार्यक्रम में दो पंखे एवं एक सांस्कृतिक दल भेजा जाता है। कार्यक्रम में हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदायों द्वारा एकता के प्रतीक स्वरूप एक पंखा सूफी संत हजरत ख्वाजा बख्तयार काकी के मज़ार पर तथा दूसरा पंखा पांडव कालीन योगमाया के मंदिर में चढ़ाया जाता है।
13. अन्वेषण एवं अनुलेखन कक्ष (सन्दर्भ पुस्तकालय)
राज्य सरकार की नीतियों, विकास कार्यक्रमों एवं उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार हेतु विभाग के सन्दर्भ पुस्तकालय द्वारा अधोलिखित कार्य सम्पन्न किये जाते हैं -
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग का प्रतिष्ठित एवं सतत् रूप से प्रतिवर्ष प्रकाशित होने वाला सन्दर्भ ग्रन्थ वार्षिकी ‘उत्तर प्रदेश’ का प्रकाशन कार्य सन्दर्भ पुस्तकालय से ही सम्पादित किया जाता है।
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग में आधुनिक सन्दर्भ पुस्तकालय है, जिसमें लगभग 24000 सन्दर्भ एवं महत्व की पुस्तकें हैं। विभाग में इस पुस्तकालय की स्थापना महामहिम राज्यपाल, मा0 मुख्यमंत्री, मा0 मंत्रिगणों, पत्रकारों, लेखकों, शोधकर्ताओं, शासन के उच्च अधिकारियों तथा विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों को लेखन कार्य हेतु सन्दर्भ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गयी थी।
सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक क्षेत्रों में तेजी से हो रहे बदलाव के कारण बढ़ते हुए सन्दर्भीय महत्व को दृष्टिगत रखते हुए सन्दर्भ पुस्तकालय का सुदृढ़ीकरण तथा कम्प्यूटरीकरण किया गया है।
पुस्तकालय प्रतिदिन विभिन्न स्तर के औसतन 10 व्यक्तियों, जिनमें अधिकतर विश्वविद्यालय के शोधार्थी, पत्रकार, लेखक, विभागीय अधिकारी/कर्मचारी, शासन के उच्च अधिकारी आदि को सन्दर्भ एवं शोध सामग्री उपलब्ध कराता है। सन्दर्भ पुस्तकालय के प्रथम तल पर पाठकों के अध्ययन हेतु समुचित व्यवस्था की गयी है।
पुस्तकालय में प्रदेश एवं देश तथा अन्तर्राष्ट्रीय विषयों पर महत्वपूर्ण सन्दर्भ पुस्तके हैं। इयर बुक्स, रिपोर्ट्स, आर्थिक एवं विकास सम्बन्धी विषयों पर पर्याप्त पुस्तके हैं। साहित्य, संस्कृति एवं कला क्षेत्रों से सम्बन्धित महत्वपूर्ण पुस्तके भी, पुस्तकालय में उपलब्ध हैं। गजेटियर, मास मीडिया, कम्प्यूटर, पत्रकारिता, इतिहास, बायोग्राफी आदि विषयों पर पुस्तकों का बेहतर संग्रह है, जिसका लाभ शोधार्थी पुस्तकालय स्टाफ के माध्यम से प्राप्त करते हैं। यह पुस्तकालय समय-समय पर शासन के उच्च अधिकारियों को आवश्यकतानुसार सन्दर्भ सामग्री उपलब्ध कराता है।
14. निरीक्षा शाखा
सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग का निरीक्षा प्रभाग सूचना सम्बन्धी कार्यों का एक महत्वपूर्ण प्रभाग है। इस प्रभाग द्वारा प्रदेश व दिल्ली से प्रकाशित होने वाले लगभग सभी समाचार-पत्र/पत्रिकाओं एवं अन्य महत्वपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय प्रमुख पत्रिकाओं की निरीक्षा की जाती है एवं उनमें प्रकाशित जन समस्याओं तथा शासन से सम्बन्धित समाचारों, सुझावों को तत्काल शासन के संज्ञान में लाया जाता है। निरीक्षा प्रभाग द्वारा प्रतिदिन महामहिम श्री राज्यपाल, मा0 मुख्यमंत्री जी, समस्त मा0 मंत्रिगण, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव सूचना, प्रमुख सचिव गृह, सूचना निदेशक आदि को क्लीपिंग्स फाइल बनाकर भेजी जाती हैं।
इस प्रभाग का कार्य सामान्यतः प्रातः 6.00 बजे से सायं 6.00 बजे तक दो पालियों में होता है। राष्ट्रीय, प्रादेशिक एवं क्षेत्रीय स्तर के पत्र/पत्रिकाओं की निरीक्षा इस प्रभाग द्वारा की जाती है। विभिन्न विभागों से सम्बन्धित लेख, समीक्षा एवं महत्वपूर्ण समाचारों की विषयवार पत्रावली तैयार की जाती है, जिसका सन्दर्भ के रूप में यथा आवश्यकता उपयोग किया जाता है। समचार-पत्र/पत्रिकाओं को विज्ञापन एवं प्रेस मान्यता सूची में सम्मिलित करने के लिए उनकी पात्रता पर विचार करने हेतु भाषा, स्वर नीति, आकार, स्तर व नियमित प्रकाशन आदि की आख्या भी इसी प्रभाग द्वारा दी जाती है।
15. फिल्म बन्धु
प्रदेश में फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने हेतु संशोधित फिल्म नीति-2001 में दी गयी एकल व्यवस्था के अन्तर्गत फिल्म नीति से सम्बन्धित कार्यों को क्रियान्वित करने हेतु ‘फिल्म बन्धु उ0प्र0’ का गठन किया गया है।
फिल्म निर्माताओं को वित्त सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए संशोधित नियम प्रक्रिया-2004 के अन्तर्गत अनुदान स्वीकार करने की कार्यवाही की जाती है।
भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, पुणे में अध्ययनरत प्रदेश के निवासी 10 छात्रों को छात्रवृत्ति दिये जाने का प्राविधान है। इसके अतिरिक्त सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, कोलकाता में अध्ययनरत प्रदेश के निवासी 10 छात्रों को भी छात्रवृत्ति प्रदान करने की व्यवस्था है। भारतेन्दु नाट्य अकादमी के छात्रों को विशेष प्रशिक्षण हेतु तीन माह के लिए भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, पुणे भेजा जाता है।
16. प्लान सेल
प्लान सेल द्वारा विभाग की योजनाओं को तैयार करने, बजट तैयार करने एवं विभाग के लेखा बजट तथा व्यय से सम्बन्धित आंकड़े तैयार कराकर शासन को प्रस्तुत किये जाते हैं।
17. सामूहिक दूरदर्शन योजना
टी0वी शाखा द्वारा महामहिम श्री राज्यपाल, मा0 मुख्यमंत्री जी, मा0 अध्यक्ष, विधानसभा, मा0 सभापति विधान परिषद, मा0 मंत्रिगणों, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों, सचिवों एवं अन्य वी0वी0आई0पी0 के कार्यालयों एवं आवासों में शासकीय टी0वी0 सेटों की स्थापना तथा रख-रखाव का कार्य किया जाता है।
इसके साथ ही विभाग का अपना एक सेटेलाइट कम्युनिकेशन सेंटर (कन्ट्रोल रूम) है,
जोकि सचिवालय स्थित अधिकारी भवन में स्थापित है, जिससे केबिल नेटवर्किंग के माध्यम से सेटेलाइट न्यूज चैनलों का प्रसारण किया जाता है। इसके लिए राजभवन, मुख्यमंत्री आवास, योजना भवन, शास्त्री भवन, बापू भवन, विधान भवन, नवीन भवन, अधिकारी भवन, बहुखण्डी भवन, सचिव भवन में केबिल नेटवर्किंग का कार्य किया गया है।
इसके अतिरिक्त विभिन्न सेटेलाइट न्यूज चैनलों के समचारों की रिकॉर्डिंग डी0वी0डी0 रिकॉर्डर के माध्यम से करायी जाती है, जो मा0 मुख्यमंत्री के एवं उच्चाधिकारियों के अवलोकनार्थ प्रस्तुत की जाती है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनल के प्रतिक्रिया से उच्चाधिकारियों को अवगत कराकर आवश्यक कार्यवाही करायी जाती है। साथ ही भविष्य में यथा आवश्यकता उपयोग हेतु इनकी एक प्रति लाइबे्ररी में भी रखी जाती है।
18. उ0प्र0 राज्य सूचना केन्द्र, नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश राज्य सूचना केन्द्र, नई दिल्ली में जन सम्पर्क सहित प्रदेश सरकार के विकास कार्यों, प्राथमिकताओं, योजनाओं एवं कार्यक्रमों के कवरेज तथा प्रचार-प्रसार का कार्य किया जाता है। राज्य सूचना केन्द्र, जहाँ सन्दर्भ सुलभता प्रदेश के विषय में जानकारी उपलब्ध कराने, महत्वपूर्ण विज्ञप्तियों, बैठकों की कवरेज, अति विशिष्ट व्यक्तियों के भ्रमण कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार के लिए कार्यरत हैं वहीं सूचना निदेशालय से प्राप्त निर्देशों के क्रियान्वयन में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करता है। राज्य सूचना केन्द्र, राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश शासन की योजनाओं, उपलब्धियों को जन-जन तक पहुँचाने तथा राष्ट्रीय स्तर पर उनका कवरेज कराने के लिए विभिन्न समाचार-पत्र/पत्रिकाओं, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु कार्यरत हैं। प्रदेश के विभिन्न कार्यक्रमों से सम्बन्धित प्रेस विज्ञप्तियाँ दिल्ली के राष्ट्रीय समाचार-पत्रों/पत्रिकाओं, भाषाई समाचार-पत्रों, आकाशवाणी, दूरदर्शन एवं विभिन्न लोकप्रिय चैनल्स को प्रसारण एवं प्रकाशन हेतु उपलब्ध करायी जाती हैं, जिससे सरकार की गतिविधियों को राष्ट्रीय/अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित होने वाले पत्र/पत्रिकाओं में प्रमुखता के साथ स्थान मिल सके।
नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रमों पर आयोजित गोष्ठी/बैठक/समारोहों के कवरेज, मा0 मुख्यमंत्री जी के दिल्ली प्रवास पर आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस आदि कार्यक्रमों के सजीव प्रसारण सहित व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार की व्यवस्था की जाती है। इसके अतिरिक्त प्रदेश की महत्वपूर्ण योजनाओं/कार्यक्रमों एवं मुख्यमंत्री जी के दिल्ली के समीपस्थ कार्यक्रमों का भी वृहद स्तर पर कवरेज की समुचित एवं सुचारू व्यवस्था की जाती है। प्रातःकालीन सत्र में नई दिल्ली, लखनऊ तथा प्रादेशिक स्तर पर प्रकाशित होने वाले समाचार-पत्रों में प्रकाशित उत्तर प्रदेश से सम्बन्धित ध्यानाकर्षण समाचारों की प्रेस कतरने मा0 मुख्यमंत्री जी, स्थानिक आयुक्त तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को ध्यानार्थ/अवलोकनार्थ प्रेषित की जाती है। लखनऊ स्थिति मुख्यालय एवं सूचना परिसर से निर्गत दैनिक प्रेस विज्ञप्तियों को फैक्स/इण्टरनेट के माध्यम से दिल्ली स्थित प्रेस प्रतिष्ठानों को सुगमता के साथ सुलभ करायी जाती है। इसके अतिरिक्त मा0 मुख्यमंत्री जी के दिल्ली के भ्रमण कार्यक्रम एवं दिल्ली से सटे जनपदों में आयोजित कार्यक्रमों का भी व्यापक कवरेज कराया जाता है।
प्रदेश के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, पर्यटन, औद्योगिक विरासत से जुड़े स्थलों का कवरेज प्रेस टुअर के माध्यम से कराया जाता है। शोधार्थियों/प्रदेश में जानकारी चाहने वालों को अद्यतन वांछित उपयोगी सदंर्भ सामग्री उपलब्ध करायी जाती है। सूचना केन्द्र में नई दिल्ली से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र एवं पत्रिकाएँ क्रय की जाती हैं। इन्हें पाठकों के पठन हेतु पूर्वान्ह 11.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक सुलभ कराया जाता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मा0 मुख्यमंत्री जी के कार्यक्रम तथा विकास कार्यक्रमों के कवरेज हेतु इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तथा प्रिन्ट मीडिया की टीमों को स्थल पर जाने की व्यवस्था की जाती है। साथ ही स्थल भ्रमण कराकर प्रदेश की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, औद्योगिक महत्व के जनपदों एवं नगरों का राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक कवरेज भी कराया जाता है।
19. मीडिया सेन्टर
लाल बहादुर शास्त्री भवन, सचिवालय, उत्तर प्रदेश, लखनऊ के भूतल पर वातानुकूलित मीडिया सेन्टर संचालित है। यह मीडिया सेन्टर शासन और मीडिया के बीच समन्वय और सुविधा प्रदाता का कार्य करता है।
मा0 मुख्यमंत्री जी, मा0 मंत्रीगण तथा शासन के उच्च पदाधिकारियों के महत्वपूर्ण सार्वजनिक कार्यक्रमों की सूचना प्रचार एवं प्रसार हेतु मीडिया को उपलब्ध कराने का कार्य मीडिया सेन्टर द्वारा किया जाता है।
मीडिया सेन्टर में एक सुसज्जित प्रेस कान्फ्रेन्स हाल भी है, जहां पर प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित की जाती है। मीडिया सेन्टर में मीडिया प्रतिनिधियों को समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, फैक्स एवं दूरभाष आदि की सुविधा भी उपलब्ध है। समाचार-पत्र प्रतिनिधियों हेतु स्थापित कम्पयूटर कक्ष में इंटरनेट युक्त कम्प्यूटरों की सुविधा भी उपलब्ध है। यहां पर मीडिया कर्मियों हेतु पुस्तकालय की भी व्यवस्था है।
मीडिया प्रतिनिधियों को सरकार की विभिन्न योजनाओं, नीतियों की जानकारी देना तथा तद्विषयक सहायक और आधार सामग्री उपलब्ध कराने में समन्वय का कार्य भी मीडिया सेन्टर के कार्यों में सम्मिलित है।
20. प्रशासन प्रभाग
प्रभाग द्वारा मुख्यालय पर कार्यरत 164 राजपत्रित अधिकारियों, तथा 549 अराजपत्रित कर्मचारियों के अधिष्ठान संबंधी कार्य तथा अधिकारियों/कर्मचारियों के कार्य आवंटन, स्थानान्तरण, अवकाश, नियुक्ति एवं सेवा सम्बन्धी समस्त कार्य, चिकित्सा प्रतिपूर्ति का भुगतान, सामान्य भविष्य निर्वाह निधि से स्थायी/अस्थायी अग्रिम स्वीकार करने का कार्य किया जाता है। इसके अलावा विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति/मृत्यु के उपरान्त जी0पी0एफ0 अवकाश का नगदीकरण, सामूहिक बीमा योजना संबंधी दावों के भुगतान का कार्य, जी0पी0एफ0 से लिंक इंश्योरेंस आदि के भुगतान का कार्य भी किया जाता है।
इसके अतिरिक्त मुख्यालय एवं क्षेत्रीय प्रचार संगठन के अन्तर्गत कार्यरत समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों को भवन निर्माण तथा भवन मरम्मत अग्रिम, मोटर साईकिल, स्कूटर, कम्प्यूटर अग्रिम स्वीकार करने का कार्य भी किया जाता है।
मुख्यालय पर कार्यरत अधिकारियों के कार्यालय/आवास पर टेलीफोन की स्थापना एवं उसके भुगतान का कार्य भी इस प्रभाग द्वारा किया जाता है।
प्रभाग द्वारा मुख्यालय पर कार्यरत अधिकारियों को आवंटित मोबाइल के भुगतान का कार्य, विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा माननीय उच्च न्यायालय तथा लोक सेवा अधिकरण में योजित वादों में प्रतिशपथ-पत्र तैयार कराने एवं माननीय न्यायालयों में दाखिल करने व उनके प्रभावी पैरवी का कार्य सम्पादित किया जाता है। इसक अलावा माननीय सांसदों, विधायकों व अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण आदि का कार्य सम्पादित किया जाता है। विधानसभा तथा विधान परिषद में सत्र के दौरान अधिकारियों की ड्यूटी लगाने का कार्य भी प्रभाग द्वारा किया जाता है।
21. लेखा प्रभाग
लेखा प्रभाग द्वारा विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु आयोजनेत्तर/ आयोजनागत आय-व्ययक के माध्यम से धन की व्यवस्था करना तथा प्रभागों के प्रस्तावों पर धनराशियों का बिल बनाकर प्रत्याहरण करना, समस्त विभागीय अधिकारियों/ कर्मचारियों के वेतन बिल तथा उनके सेवाहित लाभों के बिल निर्मित कर प्रत्याहरण के साथ ही मासिक व्यय-विवरण की सूचना शासन को प्रस्तुत करना तथा भविष्य निधि लेखों का रख-रखाव करके ब्याज आदि की गणना कर जमा धनराशि को अद्यतन रखना तथा लिये गये अग्रिमों आदि की वसूली करने के साथ ही समस्त कर्मियों की सेवा पुस्तकों का सेवा के अनुसार अंकन/रख-रखाव आदि कार्य सम्पादित किये जाते हैं।
22. निकासी शाखा
निकासी शाखा द्वारा बाहर से आने वाली डाक को प्राप्त करके सम्बन्धित अधिकारियों/प्रभागों को प्रेषित किया जाता है। विभाग से बाहर जाने वाली डाक को प्रेषित करने का कार्य किया जाता है।
23. पेंशन सेल
पेंशन सेल द्वारा सेवानिवृत्त अधिकारियों/कर्मचारियों को पेंशन निर्धारण से सम्बन्धित कार्यवाही सम्पन्न की जाती है।
24. ऑडिट सेल
ऑडिट सेल द्वारा विभाग के जनपदीय कार्यालयों के अभिलेखों का सम्परीक्षण कार्य किया जाता है। सम्परीक्षा के दौरान पायी गयी अनियमितताओं को निदेशक, शासन एवं वित्त एवं आन्तरिक लेखा परीक्षा निदेशालय के संज्ञान में लाकर उसे नियमित रूप से प्रेषित किया जाता है, जिसकी प्रत्येक त्रैमासिक समीक्षा वित्त एवं आन्तरिक लेखा परीक्षा निदेशालय द्वारा की जाती है।
उपर्युक्त के अतिरिक्त एक वर्ष से अधिक अवधि से कालातीत भुगतानों का सम्परीक्षण कार्य तथा प्रधान महालेखाकार (लेखा परीक्षा) कार्यालय द्वारा प्रतिवर्ष के विभागीय अनुदान लेखों पर उठायी गयी आपत्तियों के प्रस्तरों की अनुपालन आख्या प्रेषित की जाती हैं।
25. टी0वी0शाखा
सूचना निदेशालय, में सामुदायिक दूरदर्शन योजना टी0वी0शाखा के तहत पूर्व में केवल वी0आई0पी0 टी0वी0 यूनिट ही कार्य करती थी। परन्तु वर्तमान में समय परिवर्तन एवं तकनीकी परिवर्तन के कारण वर्तमान में इस शाखा के अन्तर्गत निम्न लिखित तीन यूनिट कार्य कर रही हैं।
(1) वी0आई0पी0 टी0वी0 यूनिट
(2) सेटेलाइट कम्युनिकेशन सेन्टर एण्ड केबिल नेटवर्क यूनिट
(3) इलैक्ट्रानिक मीडिया न्यूज रिकार्डिंग यूनिट
(1) वी0आई0पी0 टी0वी0 यूनिट
निदेशालय, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग,उ0प्र0, लखनऊ, में चल रही वी0आई0पी0 टी0वी0 यूनिट के तहत महामहिम राज्यपाल, मा0मुख्यमंत्री, मा0मत्री, मा0 मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों, सचिवों, विधान सभा एवं विधान परिषद के पदाधिकारियों, विरोधी दल के नेताओं, एडवोकेट जनरल एवं अन्य वी0वी0आई0पी0 व वी0आई0पी0 के यहाँ शासकीय टी0वी. सेटों, एल0सी0डी0, एल0ई0डी0, टी0वी0 सैटों की स्थापना एवं रखरखाव का कार्य किया जाता है।
(2) सेटेलाइट कम्युनिकेशन सेन्टर एण्ड केबिल नेटवर्क यूनिट
आधुनिक युग में इलैक्ट्रानिक मीडिया के अन्तर्गत सेटेलाइट कम्युनिकेशन और केबिल सिस्टम सूचना क्रान्ति का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम हो गया है। इस सिस्टम में छत पर बहुत सारी बड़े- बड़े डिश ऐन्टीना तथा डी0टी0एच0 स्थापित करके सीधे सेटेलाइट से कन्ट्रोल रूम में सिगनल रिसीब करने के बाद कन्ट्रोल रूम में ही उस सिगनल को मोडिफाइ किया जाता है उसके उपरान्त सिगनल को आप्टिकल फाइबर के माध्यम से विभिन्न स्थानों के लिए ट्रांसमिट कर दिया जाता है। इससे विश्व के एक कोने से दूसरे कोने तक सेकिन्डों में खबरें प्राप्त की जाती हैं तथा भेजी जाती हैं। सूचना विभाग ने इस आधुनिकतम सिस्टम को सचिवालय स्थित अधिकारी भवन के कक्ष संख्या 1, 2 तथा 3 में स्थापित किया है। वर्तमान में इस सेटेलाइट कम्युनिकेशन सेन्टर एण्ड केबिल नेटवर्क के द्वारा सचिवालय के समस्त भवनों, योजना भवन, शास्त्री भवन, राजभवन, बापू भवन, अधिकारी भवन, बहुखण्डी भवन, सचिव भवन, विधान भवन, मा0 मुख्यमंत्री आवास 5 कालीदास मार्ग तथा सूचना भवन पार्क रोड तक इस नेटवर्क का जाल बिछाया जा चुका है। वर्तमान में इस सेन्टर से 90 सेटेलाइट न्यूज चैनल एवं अन्य चैनलो का प्रसारण आप्टिकल फाइबर लाईनों के माध्यम से किया जा रहा है।
कन्ट्रोल रूम में अपग्रेडेशन का कार्य निरन्तर जारी है। साथ ही इसके डिजिटिलाइजेशन का प्रयास भी लगातार जारी है। इसी सेटेलाइट कम्युनिकेशन सेन्टर एण्ड केबिल नेटवर्क यूनिट की आप्टिकल फाइबर लाईनों के माध्यम से ही एनेक्सी भवन में इलैक्ट्रानिक मीडिया न्यूज रिकार्डिंग यूनिट में सेटेलाइट न्यूज चैनलों की रिकार्डिग एवं मानिटरिंग की जाती है। चैनलों का प्रसारण चैबीस घण्टे होता है। भविष्य में जनपथ भवन तक इसका विस्तार करने का प्रस्ताव है।
(3) इलेक्ट्रानिक मीडिया न्यूज रिकार्डिंग यूनिट
इलैक्ट्रानिक मीडिया के समाचारों की रिकार्डिंग पहले वी0सी0आर0 पर मैनुवली की जाती थी। अब कम्प्यूटराइज्ड कर दिया गया है। जिसमें आटोमेटिकली कई समाचार चैनलों को एक साथ हार्ड डिस्क पर रिकार्डिंग की जाती हैं। उसके बाद उसकी एडिटिंग करके डी0वी0डी बनायी जाती हैं। डी0वी0डी प्रतिदिन मा0 मुख्यमंत्री तथा अन्य वी0वी0आई0पी0 के अवलोकनार्थ भेजी जाती है। उसके अवलोकन करने के उपरान्त शासन तुरन्त आवश्यक कार्यवाही करता है, इसी यूनिट द्वारा शास्त्री भवन में मा0मुख्यमंत्री हेतु लगभग सभी सेटेलाइट न्यूज चैनलों की मानिटरिंग भी की जाती है। इलैक्ट्रानिक मीडिया के समाचारों की रिकार्डिंग एवं फीडबैक की उपरोक्त व्यवस्था का उपयोग शासन के ला एण्ड आर्डर में होने के कारण उसकी विवेचना, स्टोरेज, रिकार्डिग, डेट एण्ड टाईम, न्यूज डाटा कलेक्शन इत्यादि की आवयकता तथा सिगनल ब्रेकडाउन की समस्या को देखते हुए इस सेटअप को कम्प्यूटरीकृत कराया जा चुका है। जो कि सफलता पूर्वक कार्य कर रहा है। साथ ही डी0वी0डी व हार्ड डिस्क की वीडियो लाइब्रेरी की भी स्थापना की गयी है जिसमें इलैक्ट्रानिक मीडिया की सभी न्यूजें डी0वी0डी0 व हार्ड डिस्क पर रिकार्ड करके लाइब्रेरी में सुरक्षित रखने की व्यवस्था है।